An Unbiased View of shiv chalisa lyrics in gujarati
कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥अर्थ- हे अनंत एवं नष्ट न होने वाले अविना�
कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥अर्थ- हे अनंत एवं नष्ट न होने वाले अविना�